लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पर बहस के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने यों तो बड़ा ओजस्वी और तार्किक भाषण दिया, किंतु उनके समक्ष कुछ प्रश्न प्रस्तुत हैं। आश्चर्य की बात है कि ये प्रश्न उनके विरोधियों ने नहीं उनके समर्थकों ने प्रस्तुत किए हैं।