क्या इस देश में एक ‘राम प्रसाद बिस्मिल नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी’ नहीं होनी चाहिए?
तब काकोरी कांड की सुनवाई कोर्ट में चल रही थी. राम प्रसाद बिस्मिल के ख़िलाफ़ सरकारी वकील थे जगतनारायण मुल्ला. साजिशन बिस्मिल को केस लड़ने के लिए लक्ष्मी शंकर नाम का एक कमज़ोर वकील दिया गया. रामप्रसाद बिस्मिल नें वकील लेने से मना कर दिया और अपना केस ख़ुद लड़ने लगे. सुनवाई शुरू हुई….बिस्मिल कोर्ट में बोलने लगे… जज लुइस हैरान हो गया…इतनी कम उम्र और इतने विद्वतापूर्ण तर्क…! लुइस…