Posted on: July 13, 2021 Posted by: लिटरेचर इन इंडिया Comments: 0

इस्मत चुग़ताई

इस्मत चुग़ताई (उर्दू: عصمت چغتائی‎) (जन्म: 21 अगस्त 1915-निधन: 24 अक्टूबर 1991) भारत से उर्दू की एक लेखिका थीं। उन्हें ‘इस्मत आपा’ के नाम से भी जाना जाता है। वे उर्दू साहित्य की सर्वाधिक विवादास्पद और सर्वप्रमुख लेखिका थीं, जिन्होंने महिलाओं के सवालों को नए सिरे से उठाया। उन्होंने निम्न मध्यवर्गीय मुस्लिम तबक़े की दबी-कुचली सकुचाई और कुम्हलाई लेकिन जवान होती लड़कियों की मनोदशा को उर्दू कहानियों व उपन्यासों में…

Posted on: July 12, 2021 Posted by: लिटरेचर इन इंडिया Comments: 0

इलाचन्द्र जोशी का जीवन परिचय

इलाचन्द्र जोशी का जन्म 12 दिसम्बर 1902 को अलमोड़ा जिले में ब्राह्मण परिवार मे हुआ। जोशी जी का परिवार बहुत विद्वान था। इनके बाबा बल्लभचन्द्र जोशी ने अपने अध्ययन के लिए बहुत बड़ा पुस्तकालय अलमोड़ा में खुलवाया था, जिसमें श्रीवृध्दि की इलाचन्द्र जोशी के बड़े भाई डॉ. हेमचन्द्र जोशी ने। आपने विदेशी धरती पर जाकर भाषा विज्ञान में शोध कार्य किया और पहले भाषा वैज्ञानिक हुए जिन्हें डॉक्टर लिखने का…

Posted on: July 11, 2021 Posted by: लिटरेचर इन इंडिया Comments: 0

आचार्य शिवपूजन सहाय

शिवपूजन सहाय (जन्म अगस्त 1893, शाहाबाद, बिहार; मृत्यु- 21 जनवरी 1963, पटना) हिन्दी के प्रसिद्ध उपन्यासकार, कहानीकार, सम्पादक और पत्रकार थे। उन्हें साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में सन १९६० में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। प्रारम्भिक शिक्षा आरा (बिहार) में हुई। फिर १९२१ से कलकत्ता में पत्रकारिता आरम्भ की। 1924 में लखनऊ में प्रेमचंद के साथ ‘माधुरी’ का सम्पादन किया। 1926 से 1933 तक काशी में प्रवास…

Posted on: July 10, 2021 Posted by: लिटरेचर इन इंडिया Comments: 0

आचार्य रामलोचन सरन का जीवन परिचय

आचार्य रामलोचन सरन का प्रारंभिक जीवन बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में 11 फरवरी, 1889 को जन्मे आचार्य रामलोचन सरन एक हिंदी साहित्यकार, व्याकरणविद् और प्रकाशक थे। उन्होंने 1915 में लहेरियासराय, उत्तरी बिहार में और पटना में पुस्तक भंडार की स्थापना की, जिसने लहेरियासराय जैसे अल्पज्ञात स्थान को भारतीय प्रकाशन में प्रमुख बना दिया। उन्होंने 1929 में अपनी प्रकाशन गतिविधियों को पटना में स्थानांतरित कर दिया। उन्होंने सबसे पहले मैथिली लिपि…

Posted on: July 9, 2021 Posted by: लिटरेचर इन इंडिया Comments: 0

आचार्य चतुरसेन शास्त्री

आचार्य चतुरसेन शास्त्री (26 अगस्त 1891 – 2 फ़रवरी 1960) हिन्दी भाषा के एक महान उपन्यासकार थे। इनका अधिकतर लेखन ऐतिहासिक घटनाओं पर आधारित है। इनकी प्रमुख कृतियां गोली, सोमनाथ, वयं रक्षामः और वैशाली की नगरवधू इत्यादि हैं। ‘आभा’, इनकी पहली रचना थी। आचार्य चतुरसेन शास्त्री का जीवन परिचय आचार्य चतुरसेन शास्त्री का जन्म 26 अगस्त 1891 ई॰ को उत्तर प्रदेश के बुलन्दशहर जिले के चांदोख में हुआ था। उनके…

Posted on: July 7, 2021 Posted by: लिटरेचर इन इंडिया Comments: 0

केदारनाथ सिंह का जीवन परिचय

केदारनाथ सिंह (७ जुलाई १९३4 – १९ मार्च २०१८), हिन्दी के सुप्रसिद्ध कवि व साहित्यकार थे। वे अज्ञेय द्वारा सम्पादित तीसरा सप्तक के कवि रहे। भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा उन्हें वर्ष २०१३ का ४९वां ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया था। वे यह पुरस्कार पाने वाले हिन्दी के १०वें लेखक थे। केदारनाथ सिंह का जन्म ७ जुलाई १९३४ ई॰ को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के चकिया गाँव में हुआ था। उन्होंने काशी…

Posted on: July 6, 2021 Posted by: लिटरेचर इन इंडिया Comments: 0

भूले-बिसरे रचनाकार : अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध‘

अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ (15 अप्रैल, 1865-16 मार्च, 1947) हिन्दी के कवि, निबन्धकार तथा सम्पादक थे। अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ (15 अप्रैल, 1865-16 मार्च, 1947) हिन्दी के कवि, निबन्धकार तथा सम्पादक थे। उन्होंने हिंदी साहित्य सम्मेलन के सभापति के रूप में कार्य किया। वे सम्मेलन द्वारा विद्यावाचस्पति की उपाधि से सम्मानित किये गए थे। उन्होंने प्रिय प्रवास नामक खड़ी बोली हिंदी का पहला महाकाव्य लिखा जिसे मंगलाप्रसाद पारितोषिक से सम्मानित किया गया…

Posted on: July 4, 2021 Posted by: लिटरेचर इन इंडिया Comments: 0

अशोक चक्रधर

इस सप्ताह के रचनाकार : अशोक चक्रधर डॉ॰ अशोक चक्रधर (जन्म ८ फ़रवरी सन् १९५१) हिंदी के विद्वान, कवि एवं लेखक है। हास्य-व्यंग्य के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट प्रतिभा के कारण प्रसिद्ध वे कविता की वाचिक परंपरा का विकास करने वाले प्रमुख विद्वानों में से भी एक है। टेलीफ़िल्म लेखक-निर्देशक, वृत्तचित्र लेखक निर्देशक, धारावाहिक लेखक, निर्देशक, अभिनेता, नाटककर्मी, कलाकार तथा मीडिया कर्मी के रूप में निरंतर कार्यरत अशोक चक्रधर जामिया…

Posted on: February 23, 2021 Posted by: लिटरेचर इन इंडिया Comments: 0

अमृतलाल नागर

जन्म 17 अगस्त 1916 ई. को गोकुलपुरा, आगरा (उत्तर प्रदेश) में एक गुजराती ब्राह्मण परिवार में हुआ। आपके पिता का नाम राजाराम नागर था। आपके पितामह पं. शिवराम नागर 1895 से लखनऊ आकर बस गए थे। आपकी पढ़ाई हाईस्कूल तक ही हुई। फिर स्वाध्याय द्वारा साहित्य, इतिहास, पुराण, पुरातत्व व समाजशास्त्र का अध्ययन। बाद में हिन्दी, गुजराती, मराठी, बंगला, अंग्रेजी पर अधिकार। पहले नौकरी, फिर स्वतंत्र लेखन, फिल्म लेखन का…

Posted on: November 9, 2020 Posted by: लिटरेचर इन इंडिया Comments: 0

अमरकांत की कहानी बहादुर

सहसा मैं काफी गंभीर था, जैसा कि उस व्यक्ति को हो जाना चाहिए, जिस पर एक भारी दायित्व आ गया हो। वह सामने खड़ा था और आँखों को बुरी तरह मटका रहा था। बारह-तेरह वर्ष की उम्र। ठिगना शरीर, गोरा रंग और चपटा मुँह। वह सफेद नेकर, आधी बाँह की ही सफेद कमीज और भूरे रंग का पुराना जूता पहने था। उसके गले में स्काउटों की तरह एक रूमाल बँधा…

Posted on: July 27, 2020 Posted by: लिटरेचर इन इंडिया Comments: 0

अरुणा सीतेश

भूले-बिसरे रचनाकार : अरुणा सीतेश डा. अरुणा सीतेश जानी-मानी कथाकार थी। चांद भी अकेला है, वही सपने, कोई एक अधूरापन, लक्ष्मण रेखा और छलांग उनकी कुछ प्रसिद्ध कृतियाँ हैं। डॉ॰ अरुणा सीतेश (३१ अक्टूबर १९४५-१९ नवंबर २००७) हिंदी की प्रसिद्ध कथाकार थीं। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से १९६५ में अंग्रेज़ी साहित्य में एम. ए. किया और स्वर्ण पदक भी प्राप्त किया। १९७० में उन्होंने यहीं से डी. फ़िल की उपाधि प्राप्त…

Posted on: June 27, 2020 Posted by: लिटरेचर इन इंडिया Comments: 0

रामचन्द्र शुक्ल का साहित्येतिहास लेखन

आचार्य रामचन्द्र शुक्ल साहित्येतिहास वह साहित्यिक विधा है जो हमें मानवता के क्रमिक विकास से परिचित कराती है तथा यह ज्ञान की वह शाखा है जिसमें युग चेतना और साहित्य चेतना का अनिवार्य योग होता है। इतिहास नामों की तालिका-मात्र नहीं है। वह घटनाओं और तिथियों की भी सूची मात्र नहीं है और साहित्यिक इतिहास भी लेखकों की इसी तिथिमूलक तालिका नहीं है, जिसमें उनकी कृतियों का सिर्फ विवरण और…