Category: समकालीन रचनाकार

Posted on: November 13, 2021 Posted by: लिटरेचर इन इंडिया Comments: 0

ओमा शर्मा का जीवन परिचय

ओमा शर्मा का परिचय जन्म : ११ जनवरी १९६३, दीघी गांव, बुलन्दशहर, उत्तरप्रदेश शिक्षा : एम. ए., एम. फिल(अर्थशास्त्र) लेखन : अर्थशास्त्र के सैद्धांतिक एवं व्यवहारिक पक्षों पर शोध व लेखन प्रमुख पत्र – पत्रिकाओं में कहानियां प्रकाशित जनसत्ता में दो बरस तक ‘दुनिया मेरे आगे’ स्तंभ के लिये नियमित लेखन जीवनी परक लेखन में गहरी दिलचस्पी ओमा शर्मा की प्रकाशित कृतियाँ कहानी ग्लोबलाइजेशन मर्ज कारोबार महत्तम –…

Posted on: September 26, 2021 Posted by: लिटरेचर इन इंडिया Comments: 0

एस. आर. हरनोट का जीवन परिचय

एस. आर. हरनोट का जन्म २२ जनवरी १९५५ , हिमाचल प्रदेश के जिला शिमला की पंचायत व गाँव चनावग में. एस. आर. हरनोट की शिक्षा बी.ए (आनर्स), एम.ए (हिन्दी), पत्रकारिता, लोक सम्पर्क एवं प्रचार-प्रसार में उपाधि पत्र. एस. आर. हरनोट का कार्यक्षेत्र वर्ष १९७३ से वर्ष १९७७ तक प्रदेश सरकार के औद्यौगिक विभाग की भूगर्भ शाखा में लिपिक के पद पर कार्य तथा उसके बाद हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम…

Posted on: July 19, 2021 Posted by: लिटरेचर इन इंडिया Comments: 0

उर्मिला शिरीष

उर्मिला शिरीष हमारे दौर की सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण कथाकारों में से एक हैं. उन्होंने ढेरों कहानियां लिखीं और हर वर्ग द्वारा सराही गईं. – आज तक उर्मिला शिरीष का परिचय अगर उनका औपचारिक परिचय लिखें तो, उर्मिला शिरीष का जन्म 9 अप्रैल, 1959 को मध्य प्रदेश में हुआ. उन्होंने हिंदी से एम.ए. पी.एचडी. और डी.लिट्. की उपाधि आद्योपान्त प्रथम श्रेणी में प्राप्त की. उनके द्वारा लिखी या संपादित पुस्तकों की गिनती…

Posted on: July 15, 2021 Posted by: लिटरेचर इन इंडिया Comments: 0

उदय प्रकाश

उदय प्रकाश (जन्म : १ जनवरी १९५२) चर्चित कवि, कथाकार, पत्रकार और फिल्मकार हैं। आपकी कुछ कृतियों के अंग्रेज़ी, जर्मन, जापानी एवं अन्य अंतरराष्ट्रीय भाषाओं में अनुवाद भी उपलब्ध हैं। लगभग समस्त भारतीय भाषाओं में रचनाएं अनूदित हैं। इनकी कई कहानियों के नाट्यरूपंतर और सफल मंचन हुए हैं। ‘उपरांत’ और ‘मोहन दास’ के नाम से इनकी कहानियों पर फीचर फिल्में भी बन चुकी हैं, जिसे अंतरराष्ट्रीय सम्मान मिल चुके हैं।…

Posted on: August 15, 2019 Posted by: लिटरेचर इन इंडिया Comments: 0

है नमन उनको – कुमार विश्वास

है नमन उनको कि जो देह को अमरत्व देकर इस जगत में शौर्य की जीवित कहानी हो गये हैं है नमन उनको कि जिनके सामने बौना हिमालय जो धरा पर गिर पड़े पर आसमानी हो गये हैं पिता जिनके रक्त ने उज्जवल किया कुलवंश माथा मां वही जो दूध से इस देश की रज तौल आई बहन जिसने सावनों में हर लिया पतझर स्वयं ही हाथ ना उलझें कलाई से…