मेरी भाषा के लोग – केदारनाथ सिंह
मेरी भाषा के लोग मेरी सड़क के लोग हैं सड़क के लोग सारी दुनिया के लोग पिछली रात मैंने एक सपना देखा कि दुनिया के सारे लोग एक बस में बैठे हैं और हिन्दी बोल रहे हैं फिर वह पीली-सी बस हवा में गायब हो गई और मेरे पास बच गई सिर्फ़ मेरी हिन्दी जो अन्तिम सिक्के की तरह हमेशा बच जाती है मेरे पास हर मुश्किल में कहती वह…